NEW STEP BY STEP MAP FOR CHIRAG YOJANA 2025

New Step by Step Map For Chirag Yojana 2025

New Step by Step Map For Chirag Yojana 2025

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उच्च शिक्षालाई देश विकासका लागि आवश्यक मानव संसाधन विकास गर्ने संयन्त्रका रूपमा विकास गर्दा गुणस्तरमा वृद्धि हुने देखिन्छ । यसका लागि विद्यार्थीले शतप्रतिशत रोजगारीको अवसर पाउने व्यवस्था मिलाइयो भने विद्यार्थी विदेशिने अवस्थामा कमी आउने निश्चित छ । त्यस सम्बन्धमा शिक्षा, विज्ञान तथा प्रविधि मन्त्रालय, श्रम, रोजगार तथा सामाजिक सुरक्षा मन्त्रालय तथा तीनवटै सरकारको सहकार्य आवश्यक छ । यसका लागि विश्वविद्यालयमा अध्ययनरत विद्यार्थीलाई विषयअनुसार अनिवार्य रूपमा ‘अन द जब ट्रेनिङ’ दिन सके नेपालको उच्च शिक्षामा सुधार हुनुका साथै ज्ञानयुक्त, सीपयुक्त र गुणयुक्त जनशक्ति उत्पादन हुन सम्भव छ ।

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राजस्व मंत्री विपुल गोयल।
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आपको इस आवेदन फार्म को डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट लेना होगा।

चिराग योजना के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

निजी विद्यालयों में निःशुल्क शिक्षा प्राप्त करने का अवसर 

आवेदन करने के लिए परिवार की वार्षिक आय कितनी होनी चाहिए?

हरियाणा चिराग योजना या यूं कहें कि हरियाणा अनुदान योजना को लागू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य गरीब व निम्न मिडिल क्लास लोगों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करना है। प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने की इच्छा सभी की होती है लेकिन आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण विद्यार्थी चाह कर भी प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ पाते हैं। इसीलिए इस चीज को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस योजना को निकाला है जिसके तहत वह गरीब विद्यार्थियों को जो पढ़ाई करने में इच्छुक हैं उन्हें प्राइवेट स्कूलों में दाखिला दिलवाएंगे।

Haryana Condition has normally provided large priority for the enlargement of electrical energy infrastructure, mainly because it is among The most crucial drivers of enhancement for the state.

“चिराग योजना के माध्यम से, हम गरीब और प्रतिभाशाली छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके समाज में समानता लाने का प्रयास कर रहे हैं।”

आवेदक को हरियाणा का स्थायी निवासी होना चाहिए और अकादमिक रूप से अच्छा होना चाहिए।

राशन कार्ड (जारीकर्ता: खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हरियाणा)

नेपाल सरकारले बहुविश्वविद्यालयको अवधारणा अवलम्बन गरेसँगै नेपालमा हाल करिब डेढ दर्जन विश्वविद्यालय सञ्चालनमा छन् । ती विश्वविद्यालयअन्तर्गत १ हजार ६ सयभन्दा बढी निजी, सामुदायिक तथा सरकारी कलेज छन् । उच्च शिक्षा प्रदायक संस्थाहरूको संख्या, कार्यक्रम तथा विद्यार्थी भर्नामा पछिल्लो समयमा उल्लेख्य वृद्धि भएको देखिन्छ । तर, गुणस्तरमा के कति विकास भइरहेको छ भन्ने विषय मुख्य छलफलको विषय बनेको छ ।

त्रिभुवन विश्वविद्यालयलाई समस्यारहित बनाउँदा देश सप्रिन्छ, सुशासन र समृद्धिको नयाँ युग सुरु हुन्छ

गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा प्रदान करना

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